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मां- बच्चे की रक्षा के लिए सावधानियां

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मां बनने के समय ध्यान देने योग्य बाते

by साभार - डा. सांतिधोष की पुस्तक
"मां बनना स्वाभाविक व प्राकृतिक प्रक्रिया हैं । तब भी उसके लिए मानसिक और शारीरिक दोनों तरह तैयारी की ज़रुरत होती हैं । मन और शरीर दोनों साफ और स्वस्थ रहना ज़रूरी हैं । इसके लिए परिवार का सहयोग ज़रूरी हैं । " आगे पढ़िए...
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बच्चों की कुछ सामान्य बीमारियां लक्षण और इलाज

by जहां डॉक्टर न हो - ( डेविड बनॅर की पुस्तक से साभार )
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नन्हे बच्चों की सही देखरेख

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"आमतौर से यह माना जाता हैं कि बच्चा पैदा होने के फौरन बाद मां के स्तनों में जो गाढ़ा, लेसदार दूध उतरता हैं वह बच्चे को नहीं पिलाना चाहिए । बहुत से घरों में मां का दूध पिलाने से पहले 'स्तन धुलाई' की रात हैं जिसमे पहला दूध निकलकर स्तन धोते हैं । इस रात को छोड़ना ज़रूरी हैं । स्तन ज़रूर साफ रखे लेखिन पहला दूध निकल करना फेंके ।" आगे पढ़िए...
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बच्चे क्यों मरते हैं? कारण और बचाव के उपाय

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"परिवार के हर सदस्य को मालूम होना चाहिए कि बच्ची के जन्म से मां बनने तक और उसके बाद भी उसका स्वस्थ और मजभूत होना ज़रूरी हैं । स्वस्थ मां के स्वस्थ बच्चा ही होगा और उसके मरने की संभावना कम होगी । मां शिक्षित होगी तो बच्चे का स्वास्थ्य अच्छा और उसकी देखभाल भी ठीक होगी । गरीबी की उपेक्षा अज्ञानता के कारण बच्चे अधिक मरते हैं। सफाई की ज़रुरत पर जोर दिया जाए । " आगे पढ़िए...
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स्वास्थ्य कार्यकर्मो में स्त्रियों की महत्वपूर्ण भूमिका

by सुहास कुमार
" स्त्रियों को शिक्षित करने का मतलब हैं पुरे परिवार का शिक्षा । पढ़ी - लिखी और स्वास्थ्य व सफाई के प्रति जागरूक स्त्रियां अपने बच्चों की सही देखभाल कर सकेंगी । वे न सिर्फ घर- आंगन साफ रखेंगी , बेहतर समाज भी बनाएंगी । " आगे पढ़िए...

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Concept: Jagori | Content: Amrita Nandy | Design: Avinash Kuduvalli
Development and Maintenance: Zenith Webtech

About Living Feminisms

Living Feminisms is an attempt to share archives preserved by Jagori, a New Delhi-based feminist organisation from the eighties. It offers subjective accounts by our curators as well as access to publications, songs, pamphlets, posters, photographs, poems etc. Together, they reflect the diverse spectrum that is the autonomous Indian women’s movement, its struggles, solidarities and differences, laughter, anger, carefree moments, campaigns, love, loss, work and home.

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