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Living Feminisms
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औरतें की बदलती तस्वीर

by सुहास कुमार
"कहने का मतलब हैं अब महिलाओं के लिए मौके व विकल्प बढ़ रहे हैं । धीरे-धीरे उन्हें सहारा व् बल देने वाला ढांचा विकसित हो रहा हैं । लड़की का मायके में अधिकार , माता-पिता आदि का सहारा व महिला संगठन का सहारा, यह दो महत्वपूर्ण तंत्र हैं जिन्हें और विकसित करने की ज़रुरत हैं । " आगे पढ़िए...
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हमारी बात

by ज्ञानेंद्र जैन
"कानून एक झटके में बदल जाता हैं,पर समाज को बदलने में समय लगता हैं । ... औरतें धीरज, होशियारी और मर्दो के सहयोग से सड़ी-गली व्यवस्था को बदलने की कोशिश करती रहे एक दिन उन्हें सफलता अवश्य मिलेगी ।" आगे पढ़िए...
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पुलिस और हम

by मार्ग द्वारा प्रकाशित 'हमारे कानून' सबला दिसंबर
"अपराद , कानून , सुरक्षा और पुलिस - इन सबका आपस में गहरा संबंध हैं । कानून हमारी सुरक्षा के लिए बने हैं । पुलिस हमारे अधिकारों की हिपाज़त के लिए । पर पुलिस की पूरी मदद लेने के लिए दो बातें ज़रूरी हैं - यह जानना कि पुलिस संबंधी अधिकार क्या हैं और पुलिस की कार्यवाही में सहयोग देना । " आगे पढ़िए...
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हमारी बात

by जूही
"इस समाज में अपनी बात लोगो के सामने रखना, अपनी पहचान बनाना, अपने हकों के लिए जूझना , यही तो हैं असली जागरूता । जो बातें सम्मेलन में विचारों के रूप में सामने आती हैं उन्हे हम रोजमर्ग के जीवन में उतारने की कोशिश करती हैं । तभी मिलती हैं सच्ची मुक्त्ति । " आगे पढ़िए...
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कानून के दरवाज़े पर दस्तक

by डो. प्रेमलता
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महिलाएं और कानूनी मदद

by सुहास कुमार
"कुछ कानूनों में सुधार अदालत के फैसले के आधार पर भी हुआ हैं । मुखदमे के दौरान कानून की कमियाँ सामने आई । कानून हमारी मदद के लिए ज़रूर हैं, मगर हमें अपनी ओर से भी काफी कोशिश करनी पड़ती हैं । कहावत हैं भगवान भी उन्हीं की मदद करते हैं जो खुद अपनी मदद करते हैं ।" आगे पढ़िए...

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Concept: Jagori | Content: Amrita Nandy | Design: Avinash Kuduvalli
Development and Maintenance: Zenith Webtech

About Living Feminisms

Living Feminisms is an attempt to share archives preserved by Jagori, a New Delhi-based feminist organisation from the eighties. It offers subjective accounts by our curators as well as access to publications, songs, pamphlets, posters, photographs, poems etc. Together, they reflect the diverse spectrum that is the autonomous Indian women’s movement, its struggles, solidarities and differences, laughter, anger, carefree moments, campaigns, love, loss, work and home.

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