shopify site analytics
Hindi / English
Living Feminisms
  • About
  • Features
  • .
  • Archive
  • Contact
Article

मीराबाई- एक ऐसी नदी जो बांधी न जा सकी

by कमला भसीन
अक्सर लोग नारीवाद को 'पाश्चात्य की देन' कहकर और 'स्वदेशी' की दुहाई देकर नकार देते हैं। प्रस्तुत लेख में मीराबाई का उदाहरण पेश करते हुए लेखिका इस बात को स्पष्ट करती हैं कि नारीवादी सोच कहीं बाहर से नहीं आई है बल्कि हर सदी में भारत में नारीवादी सोच रखने वाली औरतें रही हैं। इस लेख में मीराबाई की तुलना एक नदी से की गई है जो सामाजिक बांधों में बांधकर न रह सकी, औरतों पर लगाए गए बंधनों में जीने को तैयार न हुई और बह निकली।
Article

गौरा देवी

by सुनीता ठाकुर
"...जंगल बचेगा तो हम रहेंगे, हम सब एक होंगे तो जंगल बचेगा, जंगल हमारा रोज़गार है, मायका है, ज़िन्दगी है।..." ये शब्द हैं गांव की एक कर्मठ व अनपढ़ महिला, गौरा देवी के जिन्होंने अपने जंगलों की रक्षा के लिए गांव की सभी महिलाओं को एकजुट किया। पढ़िए 'चिपको' आंदोलन से जुड़ी गौरा देवी की जीवनी जिनका नाम सम्पूर्ण विश्व के महिला आंदोलनकारी सदा आदर के साथ लेते रहेंगे।
Article

इन औरतों के नाम

by जुही जैन
पढ़िए कुछ महिलाओं की आपबीती जहाँ वे अपने प्रेरणादायक-उत्साही अनुभवों को बांटते हुए हमें गैर-बराबरी और अन्यायी पितृसत्ता के ढांचे के बंधनों को तोड़ने का हौसला देती हैं।
Article

रानी झाँसी रेजिमेंट को हमारा सलाम

by कमला भसीन
1943 में करीब एक हज़ार महिलाएं रानी झाँसी रेजिमेंट (भारत की पहली व आखरी औरतों की फ़ौज) में भर्ती हुई थीं। प्रस्तुत लेख उन्हीं के बलिदान को याद करता है।
Article

आज़ादी की लड़ाई में महिलाओं का योगदान

by मधु
देश की आज़ादी की लड़ाई में महिलाओं ने प्रेरणादायक भूमिका निभाई- कभी 1857 की लड़ाई के मैदानों में वीरांगनाओं के रूप में, कभी भारत छोड़ो आंदोलन में सत्याग्रहियों के रूप में लाठी झेलते हुए, कभी आज़ाद हिन्द फ़ौज की रानी लक्ष्मीबाई रेजिमेंट में युद्ध की तैयारी करते हुए, तो कभी बंगाल के क्रांतिकारी आंदोलन में साहसी हमले करते हुए। प्रस्तुत लेख कुछ महिला स्वतंत्रता सेनानियों के साहस व बलिदान की एक झलक पेश करता है।
Article

अज़ीज़न

by जुही जैन
देश की आज़ादी की लड़ाई में अज़ीज़न ने अंग्रेज़ों के दांत खट्टे कर दिए थे। उनपर जासूसी करने का मुकदमा चलाकर अंग्रेज़ों ने फांसी की सजा दी। अज़ीज़न बाई जैसी साहसी और वीर महिलाओं के बल पर ही हमें आज़ादी मिली है।

Pages

  • « first
  • ‹ previous
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
  • 6
  • 7
  • 8
  • 9
  • next ›
  • last »

Share This Page

Concept: Jagori | Content: Amrita Nandy | Design: Avinash Kuduvalli
Development and Maintenance: Zenith Webtech

About Living Feminisms

Living Feminisms is an attempt to share archives preserved by Jagori, a New Delhi-based feminist organisation from the eighties. It offers subjective accounts by our curators as well as access to publications, songs, pamphlets, posters, photographs, poems etc. Together, they reflect the diverse spectrum that is the autonomous Indian women’s movement, its struggles, solidarities and differences, laughter, anger, carefree moments, campaigns, love, loss, work and home.

Disclaimer                   |                  Contact                  |                  Jagori